अगर आपको लगता है कि मच्छर सिर्फ एक छोटी सी परेशानी हैं, तो ज़रा रुकिए! भारत के कुछ शहरों में ये इतने खतरनाक हो चुके हैं कि लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. रातभर मच्छरों के काटने से नींद उड़ जाती है और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे ज्यादा मच्छर आखिर किस राज्य या शहर में हैं? और इसका असली कारण क्या है? आइए, इस रहस्य से पर्दा उठाते हैं.
भारत में कहां सबसे ज्यादा मच्छर पाए जाते हैं?
भारत में मच्छरों की संख्या हर जगह अलग-अलग होती है. कुछ राज्यों में इनकी तादाद इतनी ज्यादा होती है कि लोग दिन-रात परेशान रहते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा मच्छर पाए जाते हैं. इसकी वजह यहां का मौसम और चारों ओर मौजूद पानी के बड़े स्रोत हैं. मच्छर गंदे पानी में पनपते हैं, और ये राज्य बड़े नदियों, झीलों और तालाबों से घिरे हुए हैं.
हाल ही में एक रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि इंदौर और कोटा जैसे शहरों में भी मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इंदौर, जो कई बार भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित हो चुका है, वहां भी लोग मच्छरों से परेशान हैं. राजस्थान के कोटा में तो हालात और भी खराब हैं, क्योंकि वहां गंदे पानी के नाले और जलभराव की समस्या बहुत ज्यादा है.
मच्छर इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं?
मच्छरों की बढ़ती संख्या के पीछे कई वजहें हो सकती हैं. सबसे बड़ी समस्या खुले में जमा गंदा पानी है. बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी जमा हो जाता है, जिससे मच्छरों को प्रजनन करने का अच्छा मौका मिल जाता है.
इसके अलावा, बदलता मौसम भी मच्छरों की संख्या बढ़ाने में मदद करता है. पहले के मुकाबले अब सर्दी कम और गर्मी ज्यादा पड़ने लगी है, जिससे मच्छरों को पूरे साल जीने और बढ़ने का समय मिल जाता है.
साफ-सफाई की कमी भी एक बड़ी वजह है. कई शहरों में कचरे के ढेर और खुले में बहता गंदा पानी मच्छरों के लिए परफेक्ट जगह बनाते हैं. यही वजह है कि कोटा, भोपाल, पटना और लखनऊ जैसे शहरों में मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है.
मच्छर क्यों खतरनाक हैं?
अगर आपको लगता है कि मच्छर सिर्फ काटते हैं और खुजली होती है, तो यह गलतफहमी दूर कर लीजिए. मच्छर कई खतरनाक बीमारियों का कारण बनते हैं. इनमें से कुछ बीमारियां इतनी घातक होती हैं कि इंसान की जान भी जा सकती है.
- डेंगू – मच्छरों से होने वाली सबसे खतरनाक बीमारी. इसमें तेज बुखार, शरीर में दर्द और प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं.
- मलेरिया – ठंड लगकर बुखार आता है और अगर सही इलाज न मिले तो यह जानलेवा भी हो सकता है.
- चिकनगुनिया – इसमें जोड़ों में इतना तेज दर्द होता है कि लोग महीनों तक चलने-फिरने में तकलीफ महसूस करते हैं.